प्रतीक और विसंगति के बीच फंसे दलित के पैर। प्रतीक और विसंगति के बीच फंसे दलित के पैर।
चिता की आग अपने हाथों से देता हूं, तब तुम उस जहां की वैतरणी पार करते हो.....! चिता की आग अपने हाथों से देता हूं, तब तुम उस जहां की वैतरणी पार करते ...
बीमारी यह छूत की, सारे करे अछूत। गली गली में डोलता, कोरोना का भूत बीमारी यह छूत की, सारे करे अछूत। गली गली में डोलता, कोरोना का भूत
मगर मुझे मुझसे ही वाकिफ करवाया उसने मुझे मुझसे बेहतर समझने वाली है वो मेरे जिस्म से ले के रूह ... मगर मुझे मुझसे ही वाकिफ करवाया उसने मुझे मुझसे बेहतर समझने वाली है वो मेरे...
अनकही दास्तां पर कुछ तो हुआ अनकही दास्तां पर कुछ तो हुआ
कल खामोशियों को छुआ था पल भर को आज शोर से हाथ छिल जाते हैं। कल खामोशियों को छुआ था पल भर को आज शोर से हाथ छिल जाते हैं।